ऑस्टियोआर्थराइटिस का उपचार कैसे किया जा सकता है?
ऑस्टियोआर्थराइटिस का कोई इलाज नहीं है, पर इसकी स्थिति में समय-समय पर सुधार किया जा सकता है, और इसके लक्षणों को कम करने के लिए भी कई प्रकार के इलाज उपलब्ध हैं।
ऑस्टियोआर्थराइटिस के मुख्य उपचारों में निम्न उपलब्ध हैं:
- जीवन शैली में बदलाव, जैसे स्वस्थ वजन बनाए रखना और नियमित रूप से व्यायाम करना। (और पढ़ें - वेट लॉस डाइट चार्ट)
- दवाएं, लक्षणों और दर्द को कम करने के लिए।
- सहायक थेरेपी, दैनिक गतिविधियों को आसान बनाने में मदद करने के लिए।
(और पढ़ें - थेरेपी के फायदे)
कुछ ही मामलों में जहां पर दवाएं मदद नहीं कर पाती तो वहां पर क्षतिग्रस्त जोड़ों की मरम्मत करने, उन्हें मजबूत करने या बदलने के लिए सर्जरी का भी विचार किया जा सकता है।
जीवनशैली में बदलाव:
- व्यायाम करना ऑस्टियोआर्थराइटिस के मरीजों के लिए सबसे बेहतर उपचारों में से एक है, चाहे उसकी उम्र व वजन कितना भी हो। (और पढ़ें - व्यायाम छोड़ने के नुकसान)
- नियमित व्यायाम जो आपको सक्रिय रखता है, मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत बनाता है, और आमतौर पर लक्षणों को सुधारने में मदद करता है। (और पढ़ें - मांसपेशियों को मजबूत करने के उपाय)
- व्यायाम करना वजन घटाने, मुद्रा में सुधार करने और तनाव से राहत देने में काफी मदद करता है, और ये सभी लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। (और पढ़ें - वजन घटाने के लिए व्यायाम)
- इसमें कुछ प्रकार के जोखिम भी हैं, जैसे अत्यधिक और जल्दी-जल्दी व्यायाम करना या गलत तरह का व्यायाम करना जोड़ों को क्षति पहुंचा सकता है। किस प्रकार के व्यायाम आपके लिए फायदेमंद होते हैं, ये बाते जानने के लिए आप फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह लें। (और पढ़ें - एक्सरसाइज करने का सही टाइम)
वजन घटाना:
दवाएं:
कई बार थेरेपी के संयोजन - आपके दर्द को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए दवाएं, व्यायाम और सहायक उपकरणों या सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। (और पढ़ें - सर्जरी से पहले की तैयारी)
दर्दनिवारक दवाएं:
डॉक्टर मरीज के लिए कुछ दर्दनिवारक दवाएं लिख सकते हैं, दवाओं के प्रकार मरीज के लक्षणों की गंभीरता और अन्य समस्याएं जो आपको महसूस हो रही हैं उसके आधार पर निर्धारित किए जाएंगे। (और पढ़ें - दर्द निवारक के साइड इफेक्ट)
पैरासिटामोल:
अगर ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण आपको दर्द अनुभव हो रहा है, तो डॉक्टर पैरासिटामोल लेने का सुझाव देते हैं।
नॉन स्टेरॉयडल एंटी-इन्फ्लामेट्री दवाएं (NSAIDs):
अगर पैरासिटामोल दवाएं ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों को नियंत्रित ना कर पाए तो डॉक्टर थोड़ी शक्तिशाली दवाएं लिख सकते हैं। ये नॉन स्टेरॉयडल एंटी-इन्फ्लामेट्री दवाएं हो सकती हैं।
ओपिऑइड्स (Opioids):
यदि पैरासिटामोल काम ना कर पाए तो ओपिऑइड्स भी एक दर्दनिवारक वैकल्पिक दवा है, जो दर्द को कम कर देती है।
कैप्साएसिन क्रीम (Capsaicin cream):
यदि ओस्टियोर्थराइटिस आपके बाजूओं या घुटनों में है, जिसपर NSAIDs दवाएं काम नहीं कर पाई हैं, तो डॉक्टर कैप्साएसिन क्रीम लिख सकते हैं।
कोर्टिकोस्टेरॉयड इन्जेक्शन:
अगर ऑस्टियोआर्थराइटिस गंभीर है, तो दर्द और सूजन आदि को कम करने के लिए शायद ऐसे उपचार की जरूरत पड़ सकती है, जिसमें प्रभावित जगह पर दवा का इंजेक्शन लगाया जाता है।
वैकल्पिक तकनीकें:
- योग:
योग में गहरी सांसें लेने के साथ-साथ सौम्य व्यायाम और स्ट्रेच आदि शामिल होते हैं। हालांकि उस प्रकार की गति ना करें जो जोड़ों में दर्द का कारण बनती हैं। (और पढ़ें - योग के लाभ)
- ठंड व गर्मी से सेकना:
गर्मी व ठंडी सेकने की चीजों से अपने जोड़ों को सेकना ऑस्टियोआर्थराइटिस के कुछ मरीजों के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
- मैनुअल थेरेपी:
यह उपचार फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा प्रदान किया जाता है, इसमें स्ट्रेच आदि करने की तकनीकें शामिल होती हैं, जिससे जोड़ों को लचीला बनाकर रखा जाता है। (और पढ़ें - भौतिक चिकित्सा उपचार क्या है)
- सहायक उपकरण:
अगर ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण चलने-फिरने में या अन्य रोजाना के काम पूरा करने में दिक्कत आने लगी है, तो कुछ प्रकार के उपकरण उपलब्ध हैं जो ऐसी स्थितियों में मदद करने के लिए डिजाइन किए गए होते हैं।
न्यूट्रिशन सप्लिमेंट्स:
ओस्टियोआर्थराइटिस के इलाज के लिए अतीत में कई पोषक तत्वों का उपयोग किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- कोन्ड्रोइटिन
- ग्लूकोसामाइन
(और पढ़ें - दवा की जानकारी)
सर्जरी:
सर्जरी का इस्तेमाल बहुत ही कम मामलों में किया जाता है, जहां पर अन्य उपचार काम ना कर पाएं या फिर अगर जोड़ गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो तो ऐसे मामलों में सर्जरी के विकल्प को चुना जाता है।
ओस्टियोआर्थराइटिस के इलाज के लिए सर्जरी होने से उसके लक्षण, चलने-फिरने और जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार होता है।
(और पढ़ें - सर्जरी कैसे होती है)