परिचय:
न्यूमोकॉकल एक ऐसा रोग है, जो शरीर के कई भागों के प्रभावित करता है। न्यूमोकॉकल रोग एक संक्रमण से होता है, जो स्ट्रैपटोकॉकस निमोनिया (S. pneumoniae) नाम के बैक्टीरिया से होता है। इस बैक्टीरिया को न्यूमोकॉकस (Pneumococcus) के नाम से भी जाना जाता है। न्यूमोकॉकल से कई प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं, इसके अलावा इससे गंभीर संक्रमण भी हो सकता है। न्यूमोकॉकल रोग वैसे तो किसी को भी हो जाता है, लेकिन उम्र और कुछ निश्चित प्रकार की मेडिकल स्थितियां, इसके खतरे को बढ़ा देती है। वैसे तो यह रोग किसी भी समय और किसी भी मौसम में हो सकता है, लेकिन आमतौर पर सर्दियों और वसंत ऋतू में इसके होने का खतरा बढ़ जाता हैं।
इस स्थिति का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों की जांच करते हैं। जांच के दौरान कुछ माइक्रोस्कोपिक परीक्षण भी किए जा सकते हैं। माइक्रोस्कोप के द्वारा मरीज के खून, बलगम व अन्य सैंपल लेकर उनमें बैक्टीरिया की जांच की जाती है।
न्यूमोकॉकल से बचाव रखने के लिए बैक्टीरिया के खिलाफ रक्षा प्रदान करने वाला टीका लगाना और सामान्य स्वच्छता अपनाना बहुत जरूरी होता है। न्यूमोकॉकल के इलाज में एंटीबायोटिक व अन्य नसों में दी जाने वाली दवाएं दी जाती है और मरीज को रेस्ट करने को कहा जाता है। यदि न्यूमोकॉकल रोग से मेनिनजाइटिस, सेप्टिसीमिया या निमोनिया जैसी कोई समस्या हो गई है, तो मरीज को अस्पताल में भर्ती भी किया जा सकता है।
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