रजोनिवृत्ति के बाद होने वाला ऑस्टियोपोरोसिस रोग क्या है?
ऑस्टियोपोरोसिस रोग में हड्डियां कमजोर हो जाती है। इस रोग में हड्डियों के अचानक फ्रैकचर (fractures;भंग) होने का जोखिम बढ़ा जाता है। इसको पोरस बोन (porous bone) भी कहते हैं, इसके परिणामस्वरूप हड्डियों के द्रव्यमान (हड्डियों में फोशफोरस व कैल्शियम की मात्रा) और ताकत की वृद्धि में कमी हो आ जाती है। अक्सर ये रोग बिना किसी लक्षण और दर्द के भी प्रगति कर सकता है। अगर कमजोर हड्डियों का दर्द से टूटना, पीठ में (पुराना पीठ का दर्द) या कूल्हे के दर्द के कारणों की खोज न कि जाती, तो ऑस्टियोपोरोसिस की खोज नहीं हो पाती।
रजोनिवृत्ति के बाद एस्ट्रोजन (रजोनिवृति के बाद काम करने वाला हार्मोन) की कमी और ऑस्टियोपोरोसिस के विकास के बीच एक सीधा संबंध है। रजोनिवृत्ति के बाद, हड्डियों का टूटना नई हड्डी के निर्माण से अधिक होता है। प्रारंभिक रजोनिवृत्ति (45 साल से पहले) व इससे संबंधित किसी भी लंबे चरण में, जिसमें महिला का हार्मोन स्तर कम हो और मासिक धर्म न हो व असंगत हो, तो हड्डियों के द्रव्यमान में कमी हो सकती है।