घाव (चोट) के निशान क्या हैं?
घाव के निशान ऐसे स्थायी धब्बे होते हैं, जो घाव भरने के बाद त्वचा पर दिखाई देते हैं। वे शरीर के कटने, खुरचने या जलने के घाव ठीक होने के बाद बनते हैं। इनके अलावा, त्वचा रोग, जैसे कि चिकन पॉक्स और मुंहासे के ठीक होने के बाद भी कुछ निशान छूट जाते हैं। निशान गुलाबी या लाल और चमकदार दिखाई देते हैं तथा सामान्य त्वचा के ऊपर उभरे हुए होते हैं।
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घाव (चोट) के निशान के लक्षण क्या हैं?
चोटों के प्रकार, प्रभाव और सीमा के आधार पर, इन निशान के अलग-अलग आकार, प्रकार और रूप होते हैं, जैसे:
- हाइपरट्रॉफिक निशान:
- त्वचा से उभरे हुए होते हैं।
- लाल या गुलाबी रंग के होते हैं।
- चोट लगी हुई जगह तक सीमित रहते हैं। (और पढ़ें - चोट लगने पर क्या करें)
- केलॉइड्स:
- केलॉइड्स त्वचा से उभरे हुए होते हैं।
- लाल भूरे रंग के होते हैं।
- सामान्य त्वचा पर फैल जाते हैं।
- मुंहासे के निशान:
- गंभीर मुंहासे के बाद बने रहते हैं या दिखाई देते हैं। (और पढ़ें - मुंहासे हटाने के घरेलू उपचार)
- गंभीर मुंहासे के बाद बने रहते हैं या दिखाई देते हैं। (और पढ़ें - मुंहासे हटाने के घरेलू उपचार)
- कन्ट्रैक्चर निशान:
- जले हुए जख्म या चोटों पर दिखाई देते हैं। (और पढ़ें - घाव ठीक करने के घरेलू उपाय)
- त्वचा सख्त और सिकुड़ जाती हैं।
- प्रभावित क्षेत्र के हिलने डुलने को कम कर सकते हैं और मांसपेशियों तथा तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकते हैं।
घाव (चोट) से निशान के कारण क्या हैं?
जब भी त्वचा पर कोई चोट लगती है और ऊतक टूट जाते हैं, तो इनसे कोलेजन प्रोटीन बाहर निकल जाता है तथा यह चोट वाले स्थान पर एकत्र हो जाता है। इससे घाव भरने लगता है और थक्के मजबूत होते हैं। यदि चोट अपेक्षाकृत बड़ी है, तो इन कोलेजन फाइबर का गठन और जमाव कई दिनों तक जारी रह सकता है। इससे यह मोटा, उभरा हुआ, लाल ढेले जैसा प्रतीत होता है।
इन दागों या निशान के कोई विशिष्ट कारण नहीं हैं, लेकिन बड़ी चोटों, कटने, जलने और कभी-कभी सर्जरी के बाद इनके होने की संभावना अधिक होती है। जो लोग बूढ़े होते हैं या जिनकी त्वचा का रंग गहरा होता है, उनमें ये निशान विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
(और पढ़ें - सर्जरी से पहले की तैयारी)
घाव (चोट) के निशान का निदान और उपचार कैसे किया जाता है?
आमतौर पर, चिकित्सा इतिहास की जानकारी और संपूर्ण जांच इसके निदान में मदद करती है। यद्यपि देखने से ही यह भी पता चलता है कि यह किस प्रकार का निशान है। फिर भी, कभी-कभी पुष्टि करने के लिए त्वचा की बायोप्सी (निशान वाले ऊतक की बायोप्सी) की जा सकती है।
इन दागों को पूरी तरह से हटा पाना मुश्किल है, लेकिन उनमें से अधिकांश कुछ वर्षों में अपने आप दूर हो जाते हैं। कुछ उपचार हैं जो इन दागों को हटाने में मदद कर सकते हैं या उन्हें हल्का कर देते हैं, जैसे:
- निशान पर सिलिकॉन जेल लगाना।
- निशान के आकार को कम करने के लिए स्कार टिशू के ऊपर और उसके आस-पास स्टेरॉयड इंजेक्शन लगाना।
- सर्जरी करना, जैसे निशान को काट कर हटाना।
- लेजर थेरेपी (संवहनी लेजर) से उठे हुए निशान को समतल करना और कभी-कभी उन्हें हटाने के लिए एब्लेटिव लेजर थेरेपी करना।