परिचय
आपकी त्वचा आपको रोगाणुओं से बचाने का कम करती है, लेकिन कई बार वह खुद ही रोगाणुओं से संक्रमित हो जाती है। यदि त्वचा पर कोई कट या खरोंच लगी हुई है, तो आपको इससे स्किन इन्फेक्शन हो सकता है। त्वचा में कट या खरोंच लगने के कुछ मुख्य कारण हो सकते हैं, जैसे त्वचा पर किसी तेज धार वाली धातु से चोट लगना, टैटू बनवाना, कान या नाक छिदवाना, कीट का डंक मारना या जानवर द्वारा काट लेना आदि। जब आपकी त्वचा संक्रमित होती है, तब आपको त्वचा में जलन, लालिमा, खुजली या पस निकलना आदि जैसे लक्षण होने लग जाते हैं।
डॉक्टर आपकी जांच करने के दौरान आप से आपके स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी लेंगे और आपको कौन-कौन से लक्षण महसूस हो रहे हैं आदि जैसे सवाल पूछेंगे। इसके अलावा डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट भी कर सकते हैं जैसे कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट, बैक्टीरियल ब्लड कल्चर और पस कल्चर सेंसिटिविटी टेस्ट आदि। सामान्य स्वच्छता अपना कर स्किन इन्फेक्शन से बचाव किया जा सकता है। बार-बार हाथ धोने की आदत और अपने तौलिये व कपड़ों को किसी के साथ शेयर ना करना सामान्य स्वच्छता के कुछ उदाहरण हैं।
स्किन इन्फेक्शन के इलाज में मुख्य रूप से एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है, इन दवाओं ओरल (खाने के लिए टेबलेट) या इंट्रावेनस (सुई द्वारा नसों में) के रूप में दी जा सकती है। इंट्रावेनस दवाओं को आमतौर पर मरीज को अस्पताल में भर्ती करके ही दिया जाता है। इसके अलावा आपको इन्फेक्शन की जगह पर लगाने के लिए एंटीसेप्टिक मलहम भी दी जाती है। यदि स्किन इन्फेक्शन का इलाज जल्द से जल्द ना किया जाए तो शरीर के कई हिस्सों तक फैल सकता है।
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