जब घुटने के अंदर या उसके आस-पास अतिरिक्त द्रव जमा हो जाता है, तो इस स्थिति को घुटने की सूजन कहा जाता है। मेडिकल भाषा में इस स्थिति को “नी इफ्यूजन” (Knee effusion) भी कहा जाता है, इसके अलावा घुटने में द्रव जमा होना, घुटने में पानी भरना आदि के नाम से भी इस स्थिति को जाना जाता है।
घुटने में सूजन आने से घुटने के जोड़ की लचीलता और कार्य कम हो जाते हैं। उदाहरण के लिए घुटने की सूजन से ग्रस्त व्यक्ति को अपना घुटना पूरी तरह से मोड़ने या सीधा करने में कठिनाई महसूस होने लगती है। इस स्थिति में टांग के आराम की अवस्था के दौरान प्राकृतिक रूप से ही घुटने 15 से 25 डिग्री तक मुड़े हुऐ होते हैं।
घुटने में जमा द्रव को निकाल कर उसकी सूजन व अन्य लक्षणों (दर्द व अकड़न आदि) को कम किया जा सकता है। जब आपके डॉक्टर घुटने की सूजन के अंदरुनी कारणों का पता लगा लेते हैं, तो उनके अनुसार उचित इलाज शुरु किया जाता है।
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