थ्रोम्बोफ्लिबिटिस क्या है?
थ्रोम्बोफ्लिबिटिस तब होता है जब खून का थक्का आपकी एक से अधिक नसों में बाधा उत्पन्न करता है, यह आमतौर पर पैरों में होता है। बेहद ही कम मामलों में थ्रोम्बोफ्लिबिटिस (कभी-कभार इसे फ्लेबिटीस कहा जाता है) आपके हाथों या गर्दन की नसों को प्रभावित करता है।
सूपरफीशियल थ्रोम्बोफ्लिबिटिस आपकी त्वचा की सतह पर स्थित नसों को प्रभावित करता है। वहीं डीप वैन थ्रोबोसिस (डीवीटी) आपकी मांसपेशियों की गहराई में स्थित नसों को प्रभावित करता है। घाव, सर्जरी या लंबे समय तक निष्क्रियता के कारण थ्रोम्बोफ्लिबिस हो सकता है। वहीं फूली हुई नसों (वैरिकाज़ वैन्स) वाले लोगों में सुपरफीशियल थ्रोम्फोलेबिटिस हो सकता है।
नस की गहराई में हुआ खून का थक्का आपके स्वास्थ्य के लिए खतनाक हो सकता है। इसमें यह संभावना होती है कि यह थक्का आपके फेफड़ों में पहुंच सकता है और आपकी धमनियों को बाधित (पल्मोनरी एम्बोलिज्म) कर सकता है। डीप वैन थ्रोम्बोसिस का इलाज आमतौर पर रक्त को पतला करने वाली दवाओं के साथ किया जाता है। इसके अलावा सुपरफीशियल थ्रोम्बोफ्लिबिटिस के कुछ मामलों में भी रक्त को पतला करने वाली दवाओं के साथ ही इसका भी इलाज किया जाता है।