पेट में मरोड़ के कारण व जोखिम कारक
पेट में दर्द एक सामान्य समस्या है जो कई प्रकार के कारकों के कारण हो सकती है या और जटिल रूप धारण कर सकती है।
सामान्य कारण जिनमें शामिल हैं:
गैस्ट्रोएंटराइटिस (पेट का फ्लू) –
इस स्थिति में मतली और उल्टी के साथ सामान्य पेट दर्द जुड़ा होता है और द्रव युक्त मल आता है। मल इसमें सामान्य से अधिक बार आता है और अक्सर खाना खाने के बाद ही आता है।
बैक्टीरिया और वायरस ही इसमें ज्यादातर मामलों के कारण होते हैं और इनसे होने वाले लक्षण आमतौर पर कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं। जो लक्षण 2 दिन से अधिक समय तक बने रहते हैं वे एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकते हैं। जैसे संक्रमण या अन्य सूजन व जलन संबंधी स्थितियां
(जैसे की इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज)।
गैस – गैस तब होती है जब छोटी आंत के बैक्टीरिया उन खाद्य पदार्थों को तोड़ते (विघटित करते) हैं, जिन्हें शरीर पचा नहीं पाता। आंत में गैस का दबाव बढ़ने से तीव्र दर्द पैदा हो सकता है। गैस के कारण पेट में खिचाव या रुकावट हो सकती है और इसके कारण पेट में फुलाव व डकार (Belching) आदि की समस्याएं भी हो सकती है।
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) – जो लोग आईबीएस से ग्रस्त होते हैं वे कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों को पचाने में सक्षम नहीं होते हैं।
इस समस्या से ग्रस्त ज्यादातर लोगों को पेट में दर्द इसके मुख्य लक्षण के रूप में होता है और यह आमतौर पर मल त्याग करने के बाद ठीक हो जाता है। इसके अन्य सामान्य लक्षणों में गैस, मतली और पेट में फुलाव आदि शामिल है।
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एसिड रिफ्लक्स – कभी-कभी पेट के एसिड पीछे की तरफ चले जाते हैं और गले तक पहुंच जाते हैं। रिफ्लक्स की समस्या हमेशा जलन और उसके साथ दर्द पैदा करता है। रिफ्लक्स पेट संबंधी अन्य लक्षण भी दिखा सकता है जैसे पेट में फुलाव या मरोड़।
उल्टी – जैसे एसिड पीछे जाकर पाचन तंत्र में चला जाता है और रास्ते में आने वाले सभी ऊतकों में जलन व दर्द पैदा कर देता है ठीक उसी तरह से उल्टी भी पेट में मरोड़ व दर्द पैदा करने का कारण बनती है। उल्टी भी पेट की मांसपेशियों में दर्द व जलन पैदा करती है।
गैस्ट्राइटिस – जब पेट की परत में सूजन, जलन व लालिमा आ जाती है तो पेट में मरोड़ व दर्द की समस्या होने लगती है।
कब्ज – जब आंतों में मल जमा हो जाता है तो कॉलन (बृहदान्त्र) में दबाव बढ़ जाता है, जिससे पेट में दर्द होने लगता है।
गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स डीजीज (GERD) – गर्ड (GERD) के कारण पेट में दर्द हो सकता है और साथ ही साथ छाती में जलन और मतली भी हो सकती है।
पेट या पेप्टिक अल्सर – अल्सर या घाव जो ठीक नहीं हो पाते वे पेट में गंभीर और अस्थिर दर्द पैदा कर सकते हैं। (और पढ़ें - पेट के अल्सर का घरेलु उपाय)
पेट या पेप्टिक में अल्सर का सबसे सामान्य कारण बैक्टीरियल संक्रमण होता है। नॉन स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाओं (NSAIDS) का अधिक या लगातार उपयोग करना भी पेप्टिक अल्सर का एक सामान्य कारण माना जाता है।
क्रोहन रोग – क्रोहन रोग पाचन तंत्र की परतों में सूजन व जलन पैदा करता है, जिससे पेट में गैस व दर्द, दस्त, मतली, उल्टी और पेट में फुलाव होने लगता है। लंबे समय तक रहने से यह कुपोषण पैदा कर देती है, जिससे वजन घटना और थकावट जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
सीलिएक रोग – इसमें ग्लूटेन से एलर्जी होने लगती है। ग्लूटेन एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो कई प्रकार के अनाजों में पाया जाता है जैसे गेहूं और जौ आदि। ग्लूटेन से एलर्जी होने पर छोटी आंत में सूजन व जलन होने लगती है जिससे दर्द पैदा हो जाता है।
दस्त और पेट में फुलाव भी इसके सामान्य लक्षणों में से एक हैं। समय के साथ-साथ कुपोषण भी हो सकता है जिससे वजन घटना और थकावट जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
मांसपेशियों में खिंचाव व तनाव – रोजाना की गतिविधियों को पूरा करने के लिए पेट की मांसपेशियों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता होती है, जिससे मांसपेशियों में चोट या खिंचाव आदि आम समस्या है। कई लोग पेट की एक्सरसाइज पर अधिक फोकस करते हैं, जिससे पेट की मांसपेशियों में क्षति होने के जोखिम बढ़ जाते हैं। (और पढ़ें - मांसपेशियों में खिंचाव या मोच के घरेलू उपाय)
मासिक धर्म के दौरान ऐंठन या एंडोमेट्रीओसिस (Endometriosis) – मासिक धर्म के कारण भी पेट में दर्द, जलन व सूजन या पेट में मरोड़ हो सकती है। मासिक धर्म के दौरान पेट में फुलाव, गैस, ऐंठन और कब्ज जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। ये सभी समस्याएं पेट में तकलीफें पैदा करती हैं। (और पढ़ें - मासिक धर्म बंद करने के उपाय)
मूत्र पथ में संक्रमण या मूत्राशय में संक्रमण – यह संक्रमण अक्सर उस बैक्टीरिया द्वारा फैलाया जाता है, जो मूत्रमार्ग और मूत्राशय में पैदा होते हैं, जिससे सिस्टाइटिस या ब्लैडर संक्रमण भी हो जाता है। (और पढ़ें - यूरिन इन्फेक्शन क्यों होता है)
इसके लक्षणों में दर्द, दबाव और पेट के निचले हिस्से में फुलाव होना शामिल है। ज्यादातर संक्रमणों के कारण पेशाब के दौरान दर्द और गहरे रंग तथा तीव्र गंध का पेशाब आना आदि जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
असाधारण कारण –
कुछ मामलों में पेट में ऐंठन होना किसी मेडिकल स्थिति का संकेत हो सकती है, जिसकी अगर तुरंत देखभाल ना की जाए तो यह घातक हो सकती है।
पेट में मरोड़ होने के कुछ कारण जो कम सामान्य (Less common) हैं: