बैक्टीरियल संक्रमण - Bacterial Infections in Hindi

Dr. Ajay Mohan (AIIMS)MBBS

July 10, 2017

April 12, 2023

बैक्टीरियल संक्रमण
बैक्टीरियल संक्रमण

बैक्टीरियल संक्रमण क्या है ?

मानव शरीर में कोशिकाओं की तुलना में अधिक बैक्टीरिया होते हैं। वे त्वचा और आंत्र में रहते हैं और उनमें से अधिकतर संक्रामक या हानिकारक नहीं होते हैं। कई प्रकार के बैक्टीरिया अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं। लेकिन, कभी-कभी वे संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

बैक्टीरियल संक्रमण गला, फेफड़े, त्वचा, आंत्र और कई अन्य भागों को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ संक्रमण हल्के होते हैं और कुछ गंभीर होते हैं। इनका इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा किया जाता है।

बैक्टीरियल संक्रमण अत्यधिक संक्रामक हो सकते हैं। इसलिए आपको साबुन से हाथ धोना चाहिए, छींकने और खांसने पर कपड़े से मुँह ढ़कना चाहिए एवं कप या पीने की बोतलों को साझा करने से बचाना चाहिए।

(और पढ़ें - बैक्टीरियल स्किन इन्फेक्शन)

बैक्टीरियल संक्रमण के प्रकार - Types of Bacterial Infections in Hindi

बैक्टीरियल संक्रमण के कितने प्रकार होते हैं ?

बैक्टीरियल संक्रमण निम्नलिखित प्रकार के होते हैं -

1. त्वचा का बैक्टीरियल संक्रमण
कई प्रकार के बैक्टीरिया त्वचा के संक्रमण का कारण बनते हैं। इन संक्रमणों में सेल्युलाइटिस, फॉलिक्युलिटिस और इम्पेटिगो नामक संक्रमण शामिल हैं। बैक्टीरिया के प्रकार के आधार पर इन संक्रमणों का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है।

(और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन का इलाज)

2. खाने से सम्बंधित बैक्टीरियल संक्रमण
खाने से सम्बंधित समस्याओं के कई कारणों में से एक बैक्टीरियल संक्रमण भी होता है। खाने की अस्वछता के कारण बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता हैं। इसमें दस्त, मतली और उल्टी, बुखार, ठण्ड लगना व पेट दर्द होता हैं। कच्ची मछली, मीटअण्डों से बैक्टीरियल संक्रमण हो सकते हैं।

(और पढ़ें - दस्त से बचने के उपाय)

3. यौन सम्बन्ध से सम्बंधित बैक्टीरियल संक्रमण
बैक्टीरिया के कारण कई यौन सम्बन्ध से सम्बंधित संक्रमण भी होते हैं। कभी-कभी इन संक्रमणों के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन इनसे प्रजनन क्षमता की समस्या हो सकती हैं। 

(और पढ़ें - प्रजनन क्षमता बढ़ाने के उपाय)

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बैक्टीरियल संक्रमण के लक्षण - Bacterial Infections Symptoms in Hindi

बैक्टीरियल संक्रमण के क्या लक्षण होते हैं?

बैक्टीरिया शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है, जिसके कई लक्षण हो सकते हैं। इसके तीन सबसे आम लक्षण हैं- संक्रमित जगह की लाली, सूजन और उस हिस्से में गर्माहट महसूस होना।

(और पढ़ें - सूजन का उपाय)

बैक्टीरियल संक्रमण के अन्य महत्वपूर्ण लक्षण निम्नलिखित हैं -

1. बुखार
बैक्टीरियल संक्रमण के साथ बुखार होना आम है। बुखार के साथ ठण्ड लगना, कम्पन होना और दांत बजना भी हो सकता है।

(और पढ़ें - बुखार के घरेलू उपाय)

2. लिम्फ नोड्स की सूजन
बैक्टीरियल संक्रमण के साथ लिम्फ नोड्स की सूजन भी हो सकती है। यह सूजन अक्सर संक्रमण के आसपास की जगह पर होती है।

(और पढ़ें - लिम्फोमा का इलाज)

3. गला खराब होना
बैक्टीरियल संक्रमण से गला खराब हो सकता है, जिससे गले में दर्द और खाना निगलने में परेशानी हो सकती है।

(और पढ़ें - गले में दर्द के घरेलू उपाय)

4. निमोनिया
बैक्टीरियल संक्रमण से निमोनिया हो सकती है, जिसमें सूखी खांसी और सांस फूलने जैसे लक्षण होते हैं। 

(और पढ़ें - निमोनिया से बचने के उपाय)

5. खाद्य-विषायण (Food poisoning)
बैक्टीरियल संक्रमण से खाद्य-विषायण हो सकता है, जिससे पेट दर्द, दस्त, मतली और उल्टी होती है। 

(और पढ़ें - उल्टी रोकने के उपाय)

6. यूरिन इन्फेक्शन
बैक्टीरियल संक्रमण के कारण यूरिन इन्फेक्शन हो सकता है, जिससे बार-बार मूत्र आना, मूत्र त्यागने की तत्कालिक आवश्यकता और पेशाब में दर्द हो सकता है।

(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन का इलाज)

बैक्टीरियल संक्रमण के कारण - Bacterial Infections Causes in Hindi

बैक्टीरियल संक्रमण कैसे होता है?

रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया को उनके आकार के अनुसार चार समूहों में वर्गीकृत किया जाता है। यह चार मुख्य समूह निम्नलिखित हैं -

बेसिली (Bacilli)
बेसिली लगभग 0.03 मिमी की लंबाई वाली एक छड़ी के आकार का बैक्टीरिया होता है। बेसिली से टाइफाइड और सिस्टिटिस जैसी बीमारियां होती हैं।

(और पढ़ें - टाइफाइड का घरेलू उपाय)

कौची (Cocci)
कौची लगभग 0.001 मिमी के व्यास वाली गेंद की तरह के आकार का बैक्टीरिया होता है। प्रकार के आधार पर, कौची बैक्टीरिया खुद को कई तरह के समूह में जोड़ता है, जैसे जोड़े, लंबी लाइनें या गुच्छे।

(और पढ़ें - रिकेटसियल संक्रमण का कारण)

स्पाइरोकीट्स (Spirochaetes)
स्पाइरोकीट्स बैक्टीरिया छोटे चक्रों के आकार के होते हैं। यह बैक्टीरिया कई बीमारियां पैदा करते हैं, जिसमें यौन संचारित संक्रमण उपदंश (सिफलिस) भी शामिल हैं।

(और पढ़ें - एसटीडी रोग क्या है)

विब्रियो (Vibrio)
विब्रियो एक अल्पविराम के आकार का बैक्टीरिया होता है। हैजा (कॉलरा, विसूचिका), जो गंभीर दस्त और निर्जलीकरण के साथ होता है, विब्रियो बैक्टीरिया के कारण होता है।

(और पढ़ें - फेफड़ों के संक्रमण की बीमारी)

बैक्टीरियल संक्रमण निम्नलिखित तरीकों से फैलता है -

  • खांसने और छींकने से। (और पढ़ें - खांसी के लिए घरेलू उपाय)
  • संक्रमित लोगों के साथ संपर्क में आना, खासकर किस (चुम्बन) और सेक्स के माध्यम से। (और पढ़ें - sex kaise kare)
  • दूषित जगह, दूषित भोजन और दूषित पानी के संपर्क में आने से।
  • संक्रमित प्राणियों, पालतू जानवर, पशुओं और कीड़ों (जैसे मच्छरों) के संपर्क में आने से।

(और पढ़ें - मच्छर भगाने के घरेलू उपाय)

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बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव - Prevention of Bacterial Infections in Hindi

बैक्टीरियल संक्रमण का बचाव कैसे होता है ?

बैक्टीरियल संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं -

बैक्टीरियल संक्रमण के रोकथाम की मूल तकनीक

  • बार-बार अपने हाथ धोएं। 
  • हाथ धोने के लिए बैक्टीरियारोधी साबुन और गर्म पानी का प्रयोग करें। (और पढ़ें - गर्म पानी के फायदे)
  • अपने घर और कार्यालय में अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं को साफ करें।
  • बीमार लग रहे किसी भी व्यक्ति से दूर रहें।

(और पढ़ें - ऊपरी श्वसन तंत्र संक्रमण का इलाज)

भोजन संबंधी बैक्टीरियल संक्रमण की रोकथाम

  • आंतों के हानिकारक बैक्टीरिया और उनके लक्षणों के बारे में जानें।
  • अपने आसपास के क्षेत्र में भोजन और जल प्रदूषण के बारे में जागरूक रहें।
  • भोजन बनाते समय अपने हाथों को साफ रखें।
  • अपने भोजन को अच्छी तरह से धोएं और पकाएं।
  • ऐसी कोई भी चीज़ न खाएं जिससे खराब गंध आ रही है या वह खराब लग रही है।

(और पढ़ें - गुर्दे के संक्रमण का इलाज)

शारीरिक बैक्टीरियल संक्रमण की रोकथाम

(और पढ़ें - खून साफ करने के उपाय)

बैक्टीरियल संक्रमण का परीक्षण - Diagnosis of Bacterial Infections in Hindi

बैक्टीरियल संक्रमण का निदान कैसे होता है ?

  • बैक्टीरियल संक्रमण का निदान आमतौर पर एक चिकित्सक के द्वारा मूल्यांकन से होता है। (और पढ़ें - लैब टेस्ट कैसे होता है
  • बैक्टीरिया से हुए संक्रमण के प्रकार को निर्धारित करने के लिए, चिकित्सक पहले बुखार, गले में खराश या खांसी जैसे लक्षणों को देखते हुए एक शारीरिक परीक्षण करते हैं। (और पढ़ें - बुखार में क्या खाना चाहिए)
  • इसके बाद चिकित्सक रक्त या मूत्र के नमूने एकत्रित कर सकते हैं और एक्स-रे व लैब विश्लेषण भी कर सकते हैं। (और पढ़ें - रक्त की जांच)

(और पढ़ें - यूरिन टेस्ट क्या होता है)

नैदानिक प्रक्रिया पूर्ण नैदानिक मूल्यांकन (इतिहास और परीक्षा) के साथ शुरू होती है, इसके बाद प्रयोगशाला-आधारित जांच होती है। सामान्य प्रक्रिया नैदानिक परीक्षणों के साथ शुरू होती है और इससे प्राप्त सूचना का उपयोग बाद के परीक्षणों में उपयोग की जाती है।

बैक्टीरियल संक्रमण शरीर के किसी भी हिस्से में एवं कई अलग-अलग जीवों के कारण हो सकता है, इसलिए इसके कई परीक्षण उपलब्ध हैं। 

(और पढ़ें - लिवर फंक्शन टेस्ट क्यों करते हैं)

बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज - Bacterial Infections Treatment in Hindi

बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज कैसे होता है ?

बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है।

एंटीबायोटिक दवाओं की खोज को चिकित्सा इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण सफलता माना जाता है। दुर्भाग्य से, बैक्टीरिया बहुत अनुकूलनीय होते हैं और एंटीबायोटिक दवाओं के अति प्रयोग ने उन्हें कई एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक बना दिया है।

(और पढ़ें - छाती में इन्फेक्शन के लक्षण)

बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज के लिए कई प्रकार की एंटीबायोटिक दवाएं उपलब्ध हैं और आपके लिए सही एंटीबायोटिक का चुनाव आपके डॉक्टर विभिन्न कारकों के आधार पर करते हैं, जैसे - संक्रमण होने की जगह और संक्रमण करने वाले बैक्टीरिया का प्रकार। कुछ एंटीबायोटिक दूसरों के मुकाबले कुछ प्रकार के संक्रमण के इलाज करने में बेहतर होते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सही उपचार प्राप्त करते हैं, आपके डॉक्टर बैक्टीरिया के प्रकार को पहचानने के लिए आपके गले से बलगम या मूत्र का एक नमूना ले सकते हैं।

(और पढ़ें - बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण)

एंटीबायोटिक दवाएं वायरस या कवक के कारण हुए संक्रमण पर काम नहीं करते हैं।

(और पढ़ें - कवक संक्रमण का इलाज)



संदर्भ

  1. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Be Antibiotics Aware: Smart Use, Best Care
  2. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Bacterial Infections
  3. Washington JA. Principles of Diagnosis. In: Baron S, editor. Medical Microbiology. 4th edition. Galveston (TX): University of Texas Medical Branch at Galveston; 1996.
  4. Healthdirect Australia. Bacterial infections. Australian government: Department of Health
  5. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Infections – bacterial and viral

बैक्टीरियल संक्रमण की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Bacterial Infections in Hindi

बैक्टीरियल संक्रमण के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।