पित्ताशय की सूजन क्या है?
पित्ताशय में सूजन की स्थिति को अंग्रेजी में “कोलीसिस्टाइटिस” (Cholecystitis) कहा जाता है। जब पितरस (Bile) पित्ताशय में फंसा रह जाता है, तो पित्ताशय में सूजन आने लग जाती है। पित्ताशय में पित्तरस फंसे रहने का मुख्य कारण पित्ताशय की पथरी होती है, जो पित्ताशय वाहिनी (Cystic duct) को बंद कर देती है। पित्ताशय वाहिनी एक प्रकार की ट्यूब होती हैं, जो पदार्थों को पित्ताशय की थैली के अंदर और बाहर ले जाती हैं। जब पथरी इन पित्त नलिकाओं को बंद कर देती है, तो पित्तरस जमा होने लगता है जिससे पित्ताशय में दबाव बढ़ जाता है और अन्य समस्याएं होने लग जाती हैं। इस स्थिति के कारण पित्ताशय में सूजन व संक्रमण होने लगता है।
अधिक उम्र होना, मोटापा, हार्मोन थेरेपी और गर्भावस्था आदि पित्ताशय में सूजन पैदा करने वाले कुछ कारण हैं। ऊपरी पेट के दाहिनी तरफ दर्द होना पित्ताशय में सूजन का मुख्य लक्षण होता है, इसके साथ अक्सर बुखार, ठंड लगना, मतली और उल्टी जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं। परीक्षण के दौरान पित्ताशय व उससे जुड़ी समस्याओं का पता लगाने के लिए डॉक्टर अल्ट्रासोनोग्राफी टेस्ट करते हैं।
पित्ताशय की सूजन का इलाज करने के लिए अक्सर एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है और कुछ गंभीर मामलों में ऑपरेशन करके पित्ताशय को ही शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। पित्ताशय में सूजन होने से कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं, इनमें तीव्र संक्रमण होना और उसके साथ पस बनना, पेट की परत में सूजन व जलन होना (पेरिटोनिटिस) और अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) आदि मुख्य समस्याएं हैं।
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