गर्ड (जीईआरडी) - GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

June 28, 2017

January 31, 2024

गर्ड
गर्ड

गर्ड (जीईआरडी) क्या है?

गर्ड या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) एक दीर्घकालिक पाचन संबंधी रोग है। गर्ड तब होता है, जब पेट में उत्पन्न एसिड या कभी-कभी पेट में मौजूद तत्व आपकी भोजन नली (Esophagus) में वापस आ जाते हैं। इस प्रतिवाह (रिफ्लक्स) के परिणाम स्वरूप आपकी भोजन नली की अंदरूनी सतह में जलन होती है और गर्ड (जीईआरडी​) हो जाता है। 

एसिड भाटा और सीने में जलन दोनों ही आम पाचन की स्थिति होती हैं, जिन्हें कई लोग समय-समय पर अनुभव करते हैं। जब ये संकेत और लक्षण हर हफ्ते में कम से कम दो बार होते हैं या आपके रोजमर्रा के जीवन में हस्तक्षेप करते हैं या जब आपके चिकित्सक आपकी भोजन नली में होने वाली क्षति का निरीक्षण करते हैं, तो आपके एसिड भाटा रोग का निदान किया जा सकता है। 

अधिकांश लोग गर्ड का निदान अपनी जीवन शैली में परिवर्तन करके और ओवर-द-काउंटर दवाओं (बिना डॉक्टर के पर्चे से मिलने वाली दवाएं) के साथ कर सकते हैं। लेकिन गर्ड से ग्रसित कुछ लोगों में इसके लक्षणों को कम करने के लिए ज़्यादा प्रभावशाली दवाओं या सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है।

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गर्ड (जीईआरडी​) के लक्षण - GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) Symptoms in Hindi

गर्ड (जीईआरडी​) के संकेत और लक्षण क्या होते हैं?

गर्ड (जीईआरडी​) के संकेत और लक्षणों में निम्नलिखित शामिल है:

  • सीने में जलन, जो कभी-कभी आपके गले में भी होने लगती है। इसके साथ ही साथ आपके मुंह का स्वाद खट्टा हो जाता है। 
  • छाती में दर्द,
  • निगलने में कठिनाई (डिस्फागिया),
  • सूखी खांसी,
  • आवाज का बैठना या गले में खराश,
  • भोजन या खट्टे तरल का उलटी के साथ बाहर आ जाना (एसिड भाटा),
  • गले में गांठ महसूस होना इत्यादि। 

डॉक्टर को कब दिखाएं? 

यदि आपको सीने में दर्द होता है या अन्य संकेत और लक्षण महसूस होते हैं, जैसे कि सांस लेने में तकलीफ़ या जबड़े या बांह में दर्द- तो आपको तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए। ये सभी दिल के दौरे के संकेत और लक्षण भी हो सकते हैं।

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यदि आपको गंभीर रूप से लगातार एसिड भाटा के लक्षण अनुभव हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरुर मिलें। यदि आप प्रति सप्ताह दो बार से अधिक सीने की जलन की ओवर-द-काउंटर दवाएं लेते हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

गर्ड (जीईआरडी​) के कारण और जोखिम कारक - GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) Causes & Risk Factors in Hindi

गर्ड (जीईआरडी​) क्यों होता है?

गर्ड अक्सर एसिड प्रतिवाह (रिफ्लक्स) के कारण होता है – पेट के एसिड या पित्त का भोजन नली में वापस आना।

जब आप निगलते हैं, तो लोअर एसोफिजिअल स्फिंक्टर (Lower Esophageal Sphincter) – भोजन नली के निचले हिस्से के आसपास मांसपेशी का एक गोलाकार बैंड – शिथिल हो जाता है और भोजन व तरल पदार्थ आपके पेट में आसानी से चले जाते हैं। उसके बाद ये दुबारा बंद हो जाता है।

हालांकि, अगर यह स्फिंक्टर असामान्य रूप से शिथिल हो जाता है या कमजोर हो जाता है, तो पेट में उत्पन्न एसिड आपकी भोजन नली में वापस आ सकता है, जिसके कारण आपके सीने में अकसर जलन होती है। कभी-कभी यह आपके दैनिक जीवन को बाधित कर सकता है।

एसिड के लगातार भोजन नली में वापस आने से इसकी अंदरूनी सतह में जलन हो सकती है, जिससे यह सूज भी सकती है (एसिफैगिटिस)। समय के साथ यह सूजन भोजन नली की अंदरूनी सतह को क्षतिग्रस्त कर सकती है, जिससे रक्तस्राव, भोजन नली का संकीर्ण होना या बेरेट्स इसोफेगस (कैंसर की एक पूर्व स्थिति) जैसी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।

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गर्ड (जीईआरडी​) के जोखिम कारक:

गर्ड के जोखिम को बढ़ाने वाली स्थितियों में निम्नलिखित शामिल हैं:

गर्ड (जीईआरडी​) से बचाव - Prevention of GERD in Hindi

गर्ड (जीईआरडी​) को रोकने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है – इसके लक्षणों को बढ़ाने वाले खाद्य और पेय पदार्थों से बचना। 

आप अन्य तरीके भी अपना सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  • पूरे दिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाते रहें।
  • धूम्रपान छोड़ दें। (और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के उपाय)
  • अपने बिस्तर के सिरहाने के पायों के नीचे कुछ ईंटें रखें। इसे कम से कम 4 इंच से 6 इंच तक ऊँचा रखें।
  • भोजन करने के कम से कम 2 से 3 घंटे तक न सोएं।
  • दिन में सोने के लिए कुर्सी का उपयोग करें।
  • ज़्यादा तंग कपड़े या तंग बेल्ट न पहनें।
  • यदि आपका वजन ज़्यादा है या आप मोटापे से ग्रस्त हैं, तो व्यायाम और आहार में परिवर्तन के द्वारा वजन कम करने का प्रयास करें।
  • इसके अलावा, अपने डॉक्टर से भी पूछें कि क्या कोई दवा आपके सीने की जलन या एसिड भाटा रोग के अन्य लक्षणों को बढ़ा सकती है? इसकी जानकारी रखें।

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गर्ड (जीईआरडी​) का परीक्षण - Diagnosis of GERD in Hindi

गर्ड (जीईआरडी​) का परीक्षण निम्नलिखित आधार पर किया जा सकता है:

  • आपके लक्षण – चिकित्सक आपकी बार-बार होने वाली सीने की जलन और अन्य लक्षणों के आधार पर गर्ड का परीक्षण करने में सक्षम हो सकते हैं।
  • आपकी भोजन नली में एसिड की मात्रा की जांच करने के लिए एक परीक्षण –एम्ब्यूलेटरी (Ambulatory) एसिड (पीएच) जांच परीक्षणों में 24 घंटे के एसिड को मापने के लिए एक उपकरण का उपयोग किया जाता है। कब और कितने समय के लिए एसिड आपकी भोजन नली में आता है, इस आधार पर उपकरण का चुनाव किया जाता है। पहले परीक्षण के लिए एक पतली, लचीली ट्यूब (कैथेटर) को आपकी नाक के माध्यम से भोजन नली में डाला जाता है। ट्यूब एक छोटे से कंप्यूटर से जुडी होती है, जिसे आप अपनी कमर पर पहनते हैं या अपने कंधे पर लगाते हैं। एक अन्य प्रकार की जांच में एक क्लिप एन्डोस्कोपी के दौरान आपकी भोजन नली में पहुंचाई जाती है। जांच के द्वारा एक सिग्नल प्रेषित होता है, जो आपके द्वारा पहने गए छोटे से कंप्यूटर पर भी दिखाई देता है। लगभग दो दिनों के बाद, आपके मल की जांच की बारी आती है। डॉक्टर आपको इस परीक्षण के लिए तैयार करने के लिए एसिड भाटा रोग की दवाएं लेने से मना कर सकते हैं।

यदि आप गर्ड से ग्रसित हैं और सर्जरी करवाना चाहते हैं, तो आप अन्य परीक्षण भी करा  सकते हैं। जैसे –

  • ऊपरी पाचन तंत्र का एक्स-रे – इस प्रक्रिया को बेरियम स्वालो (Barium Swallow) या ऊपरी जीआई श्रृंखला कहा जाता है। इसमें एक दूधिया तरल पदार्थ पीना होता है, जो आपके पाचन तंत्र की अंदरूनी परत पर आवरण बना लेता है और उसे भर देता है। उसके बाद आपके ऊपरी पाचन तंत्र के एक्स-रे निकाले जाते हैं। तरल द्वारा बनाया गया आवरण चिकित्सक को आपकी भोजन नली, पेट और ऊपरी आंत (डुओडेनम) के आकार को आसानी से देखने में मदद करता है।
  • एंडोस्कोपी (आपकी भोजन नली के अंदर देखने के लिए एक लचीली ट्यूब का प्रयोग) – एंडोस्कोपी आपकी भोजन नली और पेट के अंदरूनी हिस्सों का निरीक्षण करने का एक तरीका है।एन्डोस्कोपी के दौरान डॉक्टर लाइट और कैमरे (एन्डोस्कोप) से जुडी एक पतली, लचीली ट्यूब को आपके गले के नीचे तक ले जाते हैं। आपके डॉक्टर आगे किये जाने वाले परीक्षणों (बायोप्सी) के लिए ऊतक का एक नमूना लेने के लिए भी एन्डोस्कोपी का उपयोग कर सकते हैं। भाटा की जटिलताओं, जैसे – बेरेट्स इसोफेगस का पता लगाने में एन्डोस्कोपी उपयोगी है। 
  • भोजन नली की गतिविधि को मापने के लिए एक परीक्षण – एसोफैगेल मोटिलिटी परीक्षण (मेनोमेट्री) भोजन नली में होने वाली गतिविधि और दबाव को मापता है। परीक्षण में कैथेटर को आपकी नाक के माध्यम से भोजन नली में डाला जाता है।

(और पढ़ें - एक्स-रे के प्रकार)

गर्ड (जीईआरडी​) का इलाज - GERD Treatment in Hindi

गर्ड (जीईआरडी​) का उपचार कैसे होता है?

सीने की जलन और एसिड भाटा के अन्य संकेतो और लक्षणों का उपचार आमतौर पर ओवर-द-काउंटर दवाओं से शुरू होता है, जो एसिड को नियंत्रित करती हैं। यदि आपको कुछ हफ्तों के भीतर राहत नहीं मिलती है, तो आपके डॉक्टर दवाइयों और सर्जरी सहित अन्य उपचारों की सिफारिश भी कर सकते हैं।

सीने की जलन को नियंत्रित करने के लिए प्रारंभिक उपचार

ओवर-द-काउंटर उपचार, जो सीने की जलन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं –

  • पेट में उत्पन्न एसिड को बेअसर करने वाले एंटासिड – जेलुसिल (Gelusil), गाविस्कॉन (Gaviscon) जैसे एंटासिड तुरंत राहत दिला सकते हैं। लेकिन पेट के एसिड से सूजी हुई भोजन नली को सिर्फ एंटासिड के द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता। कुछ एंटासिड के अत्यधिक प्रयोग के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जैसे – दस्त या कब्ज
  • एसिड उत्पादन को कम करने वाली दवाएं – एच-2 रिसेप्टर ब्लॉकर्स में फमोटीडीन (Famotidine) जैसे पेप्सिड एसी (Pepcid AC) या रेनिटिडिन (Ranitidine) दवाएं शामिल हैं। एच-2 रिसेप्टर ब्लॉकर्स उतनी जल्दी असर नहीं करते, जितनी जल्दी एंटासिड करते हैं। लेकिन ये लम्बे समय तक राहत प्रदान करते हैं और 12 घंटों तक पेट में एसिड के उत्पादन को कम कर सकते हैं।
  • एसिड उत्पादन को रोकने वाली और भोजन नली को राहत देने वाली दवाएं – एच-2 रिसेप्टर ब्लॉकर्स की तुलना में प्रोटॉन पंप ब्लॉकर्स एसिड उत्पादन को मज़बूती से रोकते हैं और क्षतिग्रस्त एसोफिजिअल ऊतक को ठीक होने के लिए समय देते हैं। ओवर-द-काउंटर प्रोटॉन पंप ब्लॉकर्स में ओमेप्राजोल (Omeprazole) शामिल है।

यदि आपको ये दवाइयां दो से तीन सप्ताह से अधिक समय तक लेने की ज़रूरत है या आपके लक्षणों में कोई आराम नहीं हुआ है, तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

अन्य दवाएं:

अगर प्रारंभिक उपचार के बाद भी सीने की जलन बनी रहती है, तो आपके डॉक्टर कुछ अन्य  दवाओं की सिफारिश कर सकते हैं, जैसे – 

  • कुछ एच-2 रिसेप्टर ब्लॉकर्स – इनमें फमोटीडीन (Famotidine) जैसे पेप्सिड (Pepcid) और रेनिटिडाइन (Ranitidine) शामिल हैं।
  • प्रोटॉन पंप इन्हिबिटर्स – प्रोटॉन पंप इन्हिबिटर्स में शामिल हैं – ओमेप्राजोल (Omeprazole), पेंटाप्राजोल (Pantoprazole) और रॉबेप्राजोल (Rabeprazole)। ये दवाएं आमतौर पर कोई नुकसान नहीं पहुंचाती हैं, लेकिन लम्बे समय तक इन्हें लेने से हड्डी के फ्रैक्चर और विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है।
  • भोजन नली के निचले भाग में मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए दवाएं – बेक्लोफेन (Baclofen) लोअर एसोफिजिअल स्फिंक्टर में बार-बार होने वाली शिथिलता में कमी ला सकता है और इस प्रकार एसिड भाटा रोग को कम कर सकता है। यह प्रोटॉन पंप अवरोधकों की तुलना में कम असरदार है, लेकिन इसका गंभीर भाटा रोग में उपयोग किया जा सकता है। बेक्लोफेन के कई महत्वपूर्ण साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जिनमें थकान या भ्रम सबसे आम हैं।

दवाओं की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए दवाएं कभी-कभी संयोजन (एक साथ) में भी दी जाती हैं।

अगर दवाओं से कोई आराम नहीं मिलता है तो सर्जरी और अन्य प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाता है।

ज़्यादातर एसिड भाटा रोग को दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसी परिस्थितियों में जहां दवाएं उपयोगी नहीं होती हैं या आप दीर्घकालिक दवाओं के उपयोग से बचने की इच्छा रखते हैं, तो आपके चिकित्सक अधिक प्रभावशाली प्रक्रियाओं की सिफारिश कर सकते हैं, जैसे –

  • लोअर एसोफिजिअल स्फिंक्टर को ताकत देने के लिए सर्जरी: इसके तहत सर्जन आमतौर पर 'लैप्रोस्कोपी' सर्जरी करते हैं। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में सर्जन पेट को तीन या चार जगह से थोड़ा-थोड़ा काटता है और इनके माध्यम से छोटे कैमरे से जुडी एक लचीली ट्यूब को अंदर डाला जाता है।
  • लोअर एसोफिजिअल स्फिंक्टर को मजबूत करने के लिए सर्जरी – इसके तहत लिंक्स डिवाइस जो छोटे चुंबकीय टाइटेनियम मोतियों का छल्ला होता है, उसे पेट और भोजन नली के जोड़ के चारों ओर लपेटा जाता है। मोतियों के बीच मजबूत चुंबकीय आकर्षण होता है, जो एसिड के प्रतिवाह के लिए रास्ता नहीं बनने देता लेकिन भोजन इसके माध्यम से आसानी से गुजर सकता है। इसे न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी (Minimally Invasive Surgery) के तरीकों द्वारा प्रत्यारोपित किया जा सकता है।

(और पढ़ें - सर्जरी)

गर्ड (जीईआरडी​) की जटिलताएं - GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) Complications in Hindi

गर्ड (जीईआरडी​) से क्या जटिलताएं हो सकती हैं?

समय के साथ- साथ भोजन नली का सूजन अन्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:-

  • भोजन नली का संकुचित होना – एसिड के संपर्क में आने से निचली भोजन नली में कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इस क्षति को ठीक करने के लिए वहां पर ऊतकों का निर्माण होता है। इन ऊतकों के कारण भोजन मार्ग संकुचित हो जाता है और निगलने में कठिनाई होती है।
  • भोजन नली में घाव होना – पेट में उत्पन्न होने वाला एसिड भोजन नली में उपस्थित ऊतकों को गंभीर रूप से नष्ट कर सकता है, जिसके कारण घाव बन जाता  है। इस घाव से रक्तस्राव भी हो सकता है, जिससे दर्द और निगलने में तकलीफ हो सकती है।
  • भोजन नली में कैंसर के पूर्ववर्ती परिवर्तन (बेरेट्स इसोफेगस) –  बेरेट्स इसोफेगस में निचली भोजन नली में स्थित ऊतक की परत में बदलाव होते हैं। ये बदलाव भोजन नली के कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ा हैं। कैंसर का खतरा कम है, लेकिन इस कैंसर के शुरुआती संकेतों की जांच करने के लिए आपके डॉक्टर नियमित एंडोस्कोपी परीक्षण की सिफारिश कर सकते हैं।

(और पढ़ें - पेट के कैंसर के उपचार)

गर्ड (जीईआरडी​) में क्या खाना चाहिए? - What to eat during GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) in Hindi?

गर्ड (एसिड भाटा) में क्या खाएं?

पेट में एसिड की बहुत ज्यादा या बहुत कम मात्रा भाटा के लक्षणों का कारण बन सकती है। यदि आपके पेट में बहुत ज़्यादा एसिड बनता है, तो एसिड भाटा के लक्षणों को कम करने के लिए आप अपने आहार में निम्न विशिष्ट खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं –

1. सब्जियां

सब्ज़ियों में वसा और शर्करा प्राकृतिक रूप से कम मात्रा में मौजूद होते हैं और ये पेट के एसिड को कम करने में मदद करती हैं। इनमें हरी बीन्स, ब्रोकली, शतावरी (ऐस्पैरागस), फूलगोभी, पत्तेदार साग, आलू और खीरे शामिल हैं।

2. अदरक

अदरक में सूजन रोधी प्राकृतिक गुण होते हैं और यह सीने की जलन और अन्य जठरांत्र संबंधी (Gastrointestinal) समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। लक्षणों को कम करने के लिए आप अदरक को घिसकर या काटकर व्यंजनों में डाल सकते हैं या अदरक की चाय पी सकते हैं।

3. जई का दलिया (Oatmeal)

जई का दलिया एक संपूर्ण नाश्ता है और फाइबर का उत्कृष्ट स्रोत है। यह दलिया पेट में उत्पन्न एसिड को अवशोषित करके भाटा के लक्षणों को कम कर सकता है। फाइबर के अन्य स्रोतों में साबुत अनाज से बने ब्रेड और भूरे चावल (Brown Rice) शामिल हैं।

4. नॉन साइट्रस फल

खरबूजे, केले, सेब और नाशपाती जैसे नॉन साइट्रस फल, अम्लीय फलों की तुलना में भाटा के लक्षणों को संभावित रूप से कम करते हैं।

5. बिना चर्बी वाला मांस

बिना चर्बी वाले मांस, जैसे – चिकन, मछली और समुद्री भोजन में कम वसा होती है और ये एसिड भाटा के लक्षणों को कम करते हैं। इन्हें भूनकर, बेक करके और उबालकर खाएं।

6. अंडे की सफेदी 

अंडे की सफेदी एक अच्छा विकल्प है। अंडे की जर्दी (Egg Yolk) से दूर रहें, क्योंकि इसमें अत्यधिक  वसा होती हैं और यह भाटा के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

7. स्वस्थ वसा

स्वस्थ वसा के स्रोतों में शामिल हैं – एवोकाडो, अखरोट, फ्लैक्स सीड, जैतून का तेल, तिल का तेल और सूरजमुखी का तेल। संतृप्त और ट्रांस वसा का सेवन कम करें और इनके स्थान पर  स्वस्थ असंतृप्त वसा को अपने आहार में शामिल करें।



संदर्भ

  1. National Health Portal [Internet] India; Gastro-Esophageal Reflux Disease (GERD)
  2. National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases [internet]: US Department of Health and Human Services; Acid Reflux (GER & GERD) in Adults
  3. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; GERD
  4. Health On The Net. GORD (reflux). [Internet]
  5. Antunes C, Curtis SA. Gastroesophageal Reflux Disease. In: StatPearls [Internet]. Treasure Island (FL): StatPearls Publishing; 2019 Jan-.

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गर्ड (जीईआरडी) की ओटीसी दवा - OTC Medicines for GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) in Hindi

गर्ड (जीईआरडी) के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।