सायकोसिस क्या है?
सायकोसिस या मनोविकृति एक प्रकार की गंभीर मानसिक स्थिति होती है जिसमें किसी व्यक्ति की सोच और वास्तविकता के बीच काफी अंतर आ जाता है। यह एक गंभीर मानसिक विकार का लक्षण होता है। जिन लोगों को सायकोसिस होता है उनको या तो भ्रम रोग (Delusions) या फिर मतिभ्रम (Hallucinations) महसूस होने लगते हैं।
मतिभ्रम एक ऐसी मानसिक रचना का अनुभव होता है जो वास्तव में उपस्थित नहीं होती। उदाहरण के लिए सुनने से संबंधित मतिभ्रम से ग्रस्त किसी व्यक्ति को अपनी मां के चिल्लाने की आवाज सुनाई देना जबकि उसकी मां आस-पास भी ना हो। इसके अलावा देखने से संबंधित मतिभ्रम से ग्रस्त किसी व्यक्ति को अपने सामने कोई व्यक्ति खड़ा दिखाई देना जबकि वास्तव में उसके सामने कोई ना खड़ा हो।
मनोविकृति से ग्रस्त लोगों के मस्तिष्क में ऐसे विचार भी आ सकते हैं जो वास्तविक साक्ष्य (या वस्तु) से अलग होते हैं। इन विचारों को भ्रम या भ्रम रोग कहा जाता है। सायकोसिस से ग्रस्त कुछ लोगों को खुद में प्रेरणा की कमी महसूस होती है और वे समाज से दूरी बनाकर रखने लगते हैं।
सायकोसिस का अनुभव काफी भयभीत करने वाला हो सकता है। सायकोसिस से ग्रस्त लोगों में इसके कारण कई बार खुद को या दूसरों को चोट या नुकसान पहुंचाने के विचार भी आने लगते हैं। यदि आपको या आपकी जान पहचान के किसी व्यक्ति को सायकोसिस से जुड़े लक्षण महसूस हो रहे हैं तो उसको जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।
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