रूमेटिक हृदय रोग क्या है?
संधिशोथ बुखार को 'रूमेटिक बुखार' भी कहा जाता है। यह एक सूजन संबंधी विकार होता है, जो स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया द्वारा होने वाले गले के संक्रमण के कारण होता है। यह शरीर के ऊतकों को प्रभावित करता है, जिसके कारण कुछ दिनों तक गठिया तथा अन्य लक्षण महसूस होते हैं। कुछ मामलों में रूमेटिक फीवर दिल तथा उसकी वॉल्वों को नुकसान पहुंचा देता है, और इस स्थिति को 'रूमेटिक हृदय रोग' कहा जाता है।
रूमेटिक बुखार हृदय को स्थायी नुकसान भी पहुंचा सकता है, जिसमें हृदय या उसकी वॉल्व को क्षति तथा ह्रदय का रुक जाना जैसी स्थिति भी शामिल हो सकती है। यह दीर्घकालिक, अक्षम बना देने वाली और कभी-कभी प्राणघातक स्थिति हो सकती है। सूजन दिल को प्रभावित कर सकती है, जिससे छाती में दर्द, थकान और सांस फूलना जैसे लक्षण पैदा हो जाते हैं।
हालांकि इस समस्या की रोकथाम की जा सकती है। यह 5-14 साल के बच्चों में यह काफी सामान्य होता है। खराब गले तथा गले के संक्रमण का इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है, जिससे रूमेटिक बुखार विकसित होने से बचाव किया जा सकता है। रूमेटिक बुखार, स्ट्रेप्टोकोकस गले के संक्रमण से ग्रसित हर व्यक्ति को प्रभावित नहीं करता।
उपचार की मदद से सूजन से होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है, दर्द व अन्य लक्षणों को कम किया जा सकता है और रूमेटिक बुखार को दोबारा होने से बचाव किया जा सकता है।
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