परिचय
गले में इन्फेक्शन वायरस या बैक्टीरिया की वजह से होता है, जिसके कारण गले में दर्द, सूजन व जलन होने लगती है। गले में संक्रमण के मुख्य लक्षणों में गले में दर्द, खांसी, नाक बहना, बुखार और गर्दन में स्थित लसीका ग्रंथि की सूजन आदि शामिल है। यदि गले में इन्फेक्शन बैक्टीरिया के कारण हुआ है तो उसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा किया जाता है। यदि वायरस के कारण हुआ है तो उसका इलाज करवाने की आवश्यकता नहीं पड़ती वह अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि फिर भी इसके लक्षणों का इलाज करवाना जरूरी होता है।
गले के इंफेक्शन का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों से जुड़े कुछ सवाल पूछेंगे और आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे। इसके अलावा आपको ब्लड टेस्ट और थ्रोट स्वैब कल्चर आदि जैसे टेस्ट करवाने की आवश्यकता भी पड़ सकती है। गले के इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए कई घरेलू उपाय भी उपलब्ध हैं जैसे लहसुन, अदरक और शहद का सेवन करना और हल्के गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करना आदि शामिल है।
यदि बैक्टीरिया के कारण हुए गले के इन्फेक्शन का समय पर इलाज ना किया जाए तो इसके कारण रूमेटिक फीवर हो जाता है, जो हृदय को प्रभावित करता है।