गला खराब होने के कारण व लक्षण क्या हैं?
गले की खराबी के प्रकार के अनुसार ही उसके कारण व लक्षण पैदा होते हैं, जैसे:
खांसी -
खांसी शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया होती है, जिसका मुख्य कार्य गले के अंदर बलगम व अन्य बाहरी उत्तेजक पदार्थों को बाहर निकालना होता है। खांसी तब होती है, जब गले के वायुमार्गों की कोशिकाओं में किसी प्रकार की जलन व खुजली आदि हो जाती है। गला साफ करने के लिए की जाने वाली खांसी बार-बार नहीं होती। ऐसी बहुत सारी समस्याएं हैं, जिसके कारण बार-बार खांसी होने लगती है।
खांसी के कारण:
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संक्रमण के अलावा स्थितियां जो खांसी का कारण बनती हैं:
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खांसी के लक्षण:
खांसी खुद ही एक लक्षण होता है, हालांकि इसके साथ कुछ अन्य लक्षण भी जुड़े हो सकते हैं, जैसे:
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गले में दर्द -
गले में खुजली, जलन व अन्य तकलीफ एक साथ होने पर इस स्थिति को गले में दर्द कहा जाता है, जो खासकर निगलने के दौरान होता है। गले का दर्द ज्यादातर किसी प्रकार के संक्रमण के कारण या किसी वातावरण संबंधी कारक (जैसे सूखी हवा) के कारण भी हो सकता है। गले में दर्द होना काफी परेशान कर देने वाली स्थिति होती है, लेकिन आमतौर पर यह अपने आप ठीक हो जाता है।
गले में दर्द के कारण:
ऐसी बहुत सारी वजह हो सकती हैं, जिनसे गले में दर्द होने लगता है। लेकिन गले में दर्द ज्यादातर जुकाम और फ्लू के कारण ही होता है। अन्य कारणों में निम्न शामिल हो सकते हैं:
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गले में दर्द के लक्षण:
दर्द के साथ-साथ अन्य कई लक्षण देखे जा सकते हैं, जैसे:
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गले में खुजली -
गले में खुजली होना एलर्जी या किसी बीमारी का शुरुआती संकेत हो सकता है। सांस के साथ उत्तेजक पदार्थ गले तक जाने से गला उत्तेजित हो जाता है, जिससे गले में खुजली व अन्य समस्याएं होने लग जाती हैं।
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गले में खुजली के कारण:
ऐसे बहुत सारे कारक हैं, जिनके कारण गले में खुजली होने लगती है। कुछ ऐसे कारक जो अक्सर गले में खुजली पैदा करने का कारण बनते हैं।
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गला बैठना -
गला बैठना कोई बीमारी नहीं है, यह एक लक्षण है। आवाज में असामान्य रूप से बदलाव आने की स्थिति को गला बैठना कहा जाता है। जब आपका गला बैठता है, तो उसमें आपकी आवाज काफी कमजोर और कम निकलने लगती है। ऐसा होने पर आपकी आवाज साफ नहीं निकल पाती और उसमें असाधारण बदलाव आ जाते हैं।
गला बैठने के कारण:
गला बैठने की समस्या मुख्य रूप से ऊपरी श्वसन तंत्र में वायरल संक्रमण के कारण होती है। लेकिन कुछ अन्य कारक भी हैं, जो गला बैठने की समस्या का कारण बन सकते हैं या इस समस्या को और बदतर बना सकते हैं।
- एसिड रिफ्लक्स
- चिल्लाना, लंबे समय तक गाना या लंबे समय तक ऊंची आवाज में बोलना
- धूम्रपान करना
- सांस के द्वारा विषाक्त पदार्थ अंदर जाना
- एलर्जी
- थायराइड कैंसर, गले का कैंसर या फेफड़ों का कैंसर
- थायराइड ग्रंथि ठीक से काम ना करना
- गले के स्वर यंत्र का मांस बढ़ना
- कैफीन या अल्कोहल वाले पेय पदार्थ पीना, जैसे चाय, कॉफी और शराब आदि
- नस संबंधी कोई समस्या जिससे गले के स्वर यंत्र की मांसपेशियों कमजोर पड़ जाती हैं
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गला बैठने लक्षण:
गला बैठने से आवाज कमजोर हो जाती है और आवाज के साथ घरघराहट सी होने लगती है, जिसकी वजह से आवाज की पिच और वोल्यूम भी प्रभावित हो जाती है। तीव्रता से ऐसा कोई लक्षण विकसित किसी ऐसी स्थिति के कारण होता है, जो गले में घरघराहट पैदा कर देती है।
गला बैठने के साथ-साथ कुछ अन्य लक्षण भी जुड़े हो सकते हैं, जैसे:
गले में चुभन -
यदि गले की चुभन लंबे समय से महसूस हो रही है, तो यह काफी परेशान कर देने वाली स्थिति बन सकती है। हालांकि यह स्थिति गले संबंधी समस्याओं के अन्य प्रकारों से कम परेशान करती है। गले में चुभन होने से कई बार ऐसा महसूस होता है, जैसे कि आपके गले में कुछ फंस गया है।
गले में चुभन के कारण:
- शरीर में पानी की कमी होना
- वातावरण के प्रदूषण के संपर्क में आना
- धूम्रपान करना
- अस्थमा
- फेरिंजाइटिस
- सर्दी जुकाम
- गले का कैंसर
- एसिड रिफ्लक्स
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गले में चुभन के लक्षण:
- आवाज में बदलाव होना
- पोस्ट नेजल ड्रिप के कारण गले के अंदर चुभन सी महसूस हो सकती है
- निगलने में कठिनाई
- सूखी खांसी
- बुखार
- ठंड लगना
- नाक बहना
- चेहरे में दर्द या चेहरे में दबाव सा महसूस होना
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गले में जलन -
गले में जलन या दर्द हमेशा किसी चिंता का कारण नहीं होते। गले में जलन का मुख्य कारण एसिड रिफ्लक्स होता है, लेकिन यह सर्दी-जुकाम, वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन और यहां तक की गले या खाने की नली के कैंसर के कारण भी हो सकता है। इसके कारण निगलने में कठिनाई, मुंह का स्वाद बिगड़ना और लगातार खांसी होने जैसे लक्षण होने लग जाते हैं।
गले में जलन के कारण:
- गले में वायरल इन्फेक्शन
- गले का कैंसर
- अधिक शराब पीना (और पढ़ें - शराब की लत का इलाज)
- शरीर में पानी की कमी होने के कारण गला सूखना
- टॉन्सिल में फोड़ा बनना
- एसिड रिफ्लक्स
- गले का कैंसर
- धूम्रपान करना
- मसालेदार भोजन खाना
- दर्दनिवारक दवाओं का अत्यधिक उपयोग करना
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गले में जलन के लक्षण:
- जी मिचलाना
- निगलने में कठिनाई
- उल्टी
- लंबे समय तक खांसी रहना
- ऐसा महसूस होना जैसे भोजन गले में अटक गया है
- डकार आना (और पढ़ें - खट्टी डकार का इलाज)
- गर्दन की ग्रंथियों में सूजन आना
- गले और सीने में एक खट्टे द्रव जैसा स्वाद महसूस होना
- सीने में जलन और अन्य तकलीफें महसूस होना
- गले में तकलीफ महसूस होना
- हिचकी आना और उनके साथ पेट के एसिड गले तक आ जाना
- गले में बलगम जमना
- गला बैठना
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