विटामिन ए की कमी - Vitamin A Deficiency in Hindi

Dr. Anurag Shahi (AIIMS)MBBS,MD

July 17, 2018

September 04, 2023

विटामिन ए की कमी
विटामिन ए की कमी

विटामिन ए की कमी क्या है?

विटामिन ए आंखों की रोशनी, शरीर के विकास और मजबूत रोग प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। इसके अलावा विटामिन ए आयरन के अवशोषण के लिए भी आवश्यक है। विटामिन ए की कमी से आँख की रोशनी कम होती है और त्वचा पर जख्म उभरने लगते हैं।

विटामिन ए की कमी के कारण बच्चे अंधेपन के शिकार हो सकते हैं। इसकी कमी से बचपन में होने वाली दस्त जैसी आम बीमारियां बच्चों के लिए जानलेवा भी हो सकती हैं। हर किसी के लिए विटामिन ए आवश्यक है विशेष तौर पर माँ और छोटे बच्चों के लिए।

विटामिन ए की कमी आहार में इसके अभाव के कारण होती है। विटामिन ए की कमी ऐसे संक्रमणों की वजह से भी हो सकती है जिनसे भूख कम हो जाती है या विटामिन ए के अवशोषण की क्षमता कम होती है। इसके अलावा विटामिन ए की कमी से नजर कमजोर होना, आंखों में आंसू न बनना, रूखी त्वचा और मुंह के छाले जैसी समस्या हो सकती है।

(और पढ़ें - रूखी त्वचा के घरेलू उपाय)

विटामिन ए की कमी का अंदेशा होने पर डॉक्टर खून की जांच की सलाह दे सकते हैं ताकि आपके शरीर में विटामिन ए के स्तर का पता लगाया जा सके। विटामिन ए की कमी से बचने और इसे दूर करने का सबसे अच्छा उपाय है विटामिन ए युक्त आहार का सेवन करना। कलेजी, गुर्दा, पनीर और मक्खन-मलाई में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता है।

विटामिन ए प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट है और यह बेहद महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है -

  • एनीमिया रोग से बचाव करता है            
  • मजबूत रोग प्रतिरक्षा तंत्र बनाता है
  • भ्रूण का दिल, फेफड़े, किडनी, हड्डी और आंखें बनाने में मदद करता है
  • संक्रमण से मुकाबला करने के लिए मजबूत प्रतिरोधक क्षमता तैयार करता है

विटामिन ए की खुराक- How much Vitamin A per day is needed in Hindi

प्रतिदिन विटामिन ए की कितनी मात्रा आवश्यक है?

  • बच्चों के लिए -
    6 महीने तक के बच्चों को रोजाना 400 माइक्रोग्राम विटामिन ए की जरूरत होती है जबकि 7 महीने से एक साल तक के बच्चों को हर रोज 500 माइक्रोग्राम विटामिन ए दिया जाना चाहिए। एक से 2 साल के बच्चों को रोजाना 300 माइक्रोग्राम विटामिन ए की आवश्यकता होती है। चार से 8 साल के बच्चों को 400 माइक्रोग्राम जबकि 9 से 13 साल के बच्चों को 600 माइक्रोग्राम विटामिन ए रोजाना देना चाहिए। 14 से 18 वर्ष के लड़कों को रोजाना 900 माइक्रोग्राम जबकि इसी उम्र की लड़कियों को 700 माइक्रोग्राम विटामिन ए लेना चाहिए।
     
  • वयस्कों के लिए -
    19 साल या इससे अधिक उम्र वाले पुरुषों को रोजाना 900 माइक्रोग्राम जबकि 19 साल और इससे अधिक उम्र वाली महिलाओं को 700 माइक्रोग्राम विटामिन ए लेना चाहिए।
     
  • जिन महिलाओं को अतिरिक्त विटामिन ए की जरूरत हो -
    गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अतिरिक्त विटामिन ए की आवश्यकता होती है। 14 से 18 साल की गर्भवती युवतियों को 750 माइक्रोग्राम विटामिन ए प्रतिदिन लेना चाहिए। लेकिन 19 साल या उससे अधिक गर्भवती महिलाओं को 770 माइक्रोग्राम विटामिन ए की आवश्यकता होती है।

    स्तनपान कराने वाली 14 से 18 साल की युवतियों को रोजाना 1200 माइक्रोग्राम विटामिन ए लेना चाहिए। इसके अलावा 19 साल या उससे अधिक उम्र वाली स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए 1300 माइक्रोग्राम विटामिन ए लेना आवश्यक होता है।
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विटामिन ए की कमी के लक्षण - Vitamin A Deficiency Symptoms in Hindi

विटामिन ए की कमी के क्या लक्षण होते हैं?

कई लक्षण हैं जिससे आपको पता चल सकता है कि आपके शरीर में विटामिन ए की कमी हो गई है। ये लक्षण हैं -

  • विटामिन ए की कमी का अक्सर पहला संकेत होता है, आँखों की रोशनी कम होना। आपको लगेगा कि रात में आप बहुत साफ नहीं देख पाते (जैसे रात में गाड़ी चलाना मुश्किल लगे, बाथरूम तक जाने का रास्ता आसानी न ढूंढ पायें या शाम में जल्दी रोशनी जलाने की जरूरत महसूस हो)।
  • विटामिन ए की कमी का मुख्य लक्षण है आँख की रोशनी जाना या अंधापन। अंधेपन की शुरुआत आम तौर पर अँधेरे में देख पाने की क्षमता कम होने या रतौंधी से होती है। रतौंधी पीड़ित अँधेरे में ठीक से नहीं देख पाते हैं लेकिन पर्याप्त रोशनी हो तो वे सामान्य तरीके से देख सकते हैं। जैसे-जैसे विटामिन ए की कमी बढ़ती है आँखों की सफेद झिल्ली जो आपकी आखों को नम रखती है, वह सूख जाती है और जख्म उभरने लगते हैं। इसकी कमी से आखिरकार आँखों की रोशनी चली जाती है और आदमी अँधा हो जाता है।
  • ड्राय आइज या आंखों का पानी सूखने से बाहरी परत पर कीच जमा होने लगती है क्योंकि आँखें आंसू नहीं बना पातीं जो आम तौर पर कीच को बाहर निकाल देती हैं। इस कीच के कारण अंधापन या कोई अन्य संक्रमण आसानी से हो सकता है। (और पढ़ें - आंखों का सूखापन
  • विटामिन ए की कमी की वजह से आंखों में जलन-सूजन भी होती है। इससे पलकें और आँखों के आसपास के ऊतक प्रभावित होते हैं। कॉर्निया में भी जलन या सूजन की शिकायत हो सकती है।
  • बच्चे या वयस्क श्वसन प्रणाली या पेशाब में संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं।
  • विटामिन ए की कमी की वजह से बच्चों का शरीरिक विकास रुक सकता है।
  • त्वचा से भी विटामिन ए की कमी के संकेत मिल सकते हैं। यह खुरदरी और रूखी हो सकती है।

विटामिन ए की कमी के कुछ अन्य लक्षण -

विटामिन ए की कमी के कारण और जोखिम कारक - Vitamin A Deficiency Causes & Risk Factors in Hindi

विटामिन ए की कमी क्यों होती है?

विटामिन ए की कमी के कारण इस प्रकार हैं -

  • विटामिन ए की कमी का सबसे बड़ा कारण है, कुपोषण। आहार में पशु उत्पाद (दुग्ध उत्पाद या मांस-मछली या अंडे) का कम सेवन करने वालों को विटामिन ए की कमी का खतरा रहता है। पशुओं से मिलने वाले खाद्य पदार्थों और कुछ सब्जियों में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
  • माँ के दूध में नवजात शिशुओं के लिए विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा होती है। जो माताएं अपने बच्चों को स्तनपान नहीं करातीं या नहीं करा पातीं उनके बच्चों को विटामिन ए की कमी का खतरा होता है।
  • गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिला को विटामिन ए की कमी हो तो नवजात शिशु को भी विटामिन ए की कमी होने की आशंका रहती है।
  • बार बार पेशाब जाने से भी विटामिन ए की कमी होती है। टीबी, यूरिन इन्फेक्शन (यूटीआई), कैंसर, निमोनिया और किडनी में संक्रमण के कारण आपको बार-बार पेशाब आता है।
  • लिवर की बीमारी के कारण विटामिन ए जमा करने की क्षमता प्रभावित होने से भी विटामिन ए की कमी हो जाती है।

विटामिन ए की कमी आम तौर पर किन्हें होती है?

  • शिशु
  • बुजुर्ग
  • गंभीर रूप से कुपोषित मरीज
  • पुरानी बीमारी से पीड़ित
  • गर्भवती महिला - गर्भवती महिलाओं को आखिरी तीन महीने में विटामिन ए की जरूरत सबसे अधिक होती है।
  • जिन का मुख्य भोजन चावल हो उन्हें विटामिन ए की कमी का खतरा अपेक्षाकृत अधिक रहता है।

विटामिन ए की कमी के खतरे:

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विटामिन ए की कमी से बचाव - Prevention of Vitamin A Deficiency in Hindi

विटामिन ए की कमी होने से कैसे रोक सकते हैं?

विटामिन ए की कमी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है -

  • आहार में गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियों, गहरे रंग के फल, जैसे संतरा, पपीता और गाजर तथा कद्दू (Pumpkin) जैसी पीली सब्जियों का सेवन करें।
  • अतिरिक्त विटामिन ए वाला दूध और अनाज, कलेजी, अंडे की जर्दी और मछली का तेल लाभदायक है।आहार में वसा होने से विटामिन ए का अवशोषण बेहतर होता है।
  • नवजात शिशुओं को दूध से एलर्जी हो तो उन्हें बाहर के दूध (Formula Milk) में विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में दिया जाना चाहिए।

विटामिन के की कमी की सफल रोकथाम के लिए -

  • स्तनपान को प्रोत्साहन दिया जाए
  • बच्चों को समय-समय पर विटामिन ए की ज्यादा खुराक दी जाए

वटामिन ए युक्त खाद्य पदार्थ

विटामिन ए की कमी का परीक्षण - Diagnosis of Vitamin A Deficiency in Hindi

विटामिन ए की कमी का निदान कैसे होता है?

विटामिन ए की कमी का निदान आमतौर पर लक्षणों के आधार पर होता है। हमारी आँखें आम तौर पर हलकी रोशनी के साथ सामंजस्य स्थापित कर लेती हैं ताकि हम कम रोशनी में भी देख सकें। लम्बे समय से यदि आपको हलकी रोशनी में देखने में दिक्कत हो रही हो तो यह विटामिन ए की कमी का संकेत हो सकता है। आँखों में आंसू न आना (Dry Eyes) और रूखी त्वचा भी विटामिन ए की कमी के लक्षण हैं।

विटामिन ए की कमी की आशंका होने पर खून की जांच की सलाह दी जाती है ताकि इसकी पुष्टि हो सके कि

  • विटामिन ए की कमी है या नहीं।
  • या फिर एनीमिया जैसी कोई अन्य परेशानी तो नहीं।

इसके अलावा आखों की जांच की जा सकती है खासकर यह पता लगाने के लिए कि हलकी रोशनी में आप देख सकते हैं या नहीं। बच्चों में विटामिन ए की कमी का पता लगाने के लिए हड्डियों (हाथ और पैर की हड्डियां) का एक्स रे उपयोगी हो सकता है क्योंकि इसकी कमी से हड्डियों का विकास बाधित होता है।

विटामिन ए की कमी की जांच -

  • सामान्य तौर पर विटामिन ए 28 से 86 एमसीजी/ डीएल (mcg/dL) होता है। विटामिन ए सीरम (serum) का आकलन तब उपयोगी है जबकि यह 28 μg/dL के दायरे में हो लेकिन विटामिन ए की कमी बहुत अधिक न हो तो जांच रिपोर्ट सामान्य हो सकती है।
  • विटामिन ए की कमी किसी बीमारी के बहुत बढ़ जाने का संकेत होता है। खून में विटामिन ए का स्तर तब तक कम नहीं हो सकता जब तक लिवर से इसकी आपूर्ति कम न हो जाए।
  • विटामिन ए की पूरक दवा खाने से लक्षणों में सुधार आता है तो इससे पुष्टि होती है कि विटामिन ए की कमी का निदान सही था।

विटामिन ए की कमी का इलाज - Vitamin A Deficiency Treatment in Hindi

विटामिन ए की कमी का उपचार कैसे होता है?

स्थिति बहुत गंभीर न हो तो विटामिन ए की कमी का इलाज किया जा सकता है और इसके लिए शुरुआती दौर में निदान होना महत्वपूर्ण है।

  • विटामिन ए युक्त आहार इसकी कमी दूर करने और रोकथाम का सबसे अच्छा तरीका है।
  • हरी पत्तेदार सब्जियों में पाए जाने वाले कैरोटीन (Carotene) के जरिये भी शरीर में विटामिन ए का अवशोषण हो सकता है। विटामिन ए पीले और नारंगी रंग के फल-सब्जियों में भी पाया जाता है।

विटामिन ए की कमी के बहुत गंभीर लक्षण दिख रहे हों तो इलाज के तौर पर रोजाना विटामिन ए पूरक टेबलेट दिए जाते हैं। चीनी, अनाज और दूध/ पावडर दूध में भी अतिरिक्त विटामिन ए मिश्रित किया जाता है। विटामिन ए की कमी का पता लगने पर ऐसे खाद्य पदार्थ लेना आवश्यक है जिनमें प्राकृतिक रूप से विटमिन ए पाया जाता हो या फिर अलग से जोड़ा गया हो।

  • विटामिन ए दवा के तौर पर टेबलेट या इंजेक्शन के रूप में लिया जा सकता है। विटामिन ए के पूरक टेबलेट खाने के बाद या खाने के साथ लिए जा सकते हैं। जिन्हें विटामिन ए की अत्यधिक कमी है उन्हें विटामिन ए का पूरक इंजेक्शन दिया जा सकता है।

डॉक्टर विटामिन ए की कमी के विभिन्न चरणों और अलग-अलग आयु वर्ग के अनुसार उचित इलाज की सलाह देंगे।

विटामिन ए की कमी से होने वाली बीमारी और रोग - Vitamin A deficiency diseases in Hindi

विटामिन ए की कमी से कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं?

विटामिन ए की लम्बे समय तक कमी बरकरार रहने से होने वाले रोग -

  • रतौंधी
  • अंधापन
  • श्वसन प्रणाली में संक्रमण
  • पेशाब की नली में संक्रमण
  • एनीमिया
  • रोग प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना

(और पढ़ें - रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय)



संदर्भ

  1. Merck Manual Professional Version [Internet]. Kenilworth (NJ): Merck & Co. Vitamin A
  2. American Academy of Ophthalmology. [internet] California, United States; What Is Vitamin A Deficiency?.
  3. United Nations Children's Fund. Vitamin A New York, United States. [Internet]
  4. Raul Martin. Cornea and anterior eye assessment with slit lamp biomicroscopy, specular microscopy, confocal microscopy, and ultrasound biomicroscopy. Indian Journal of Opthalmology, 2018, Volume : 66, Issue: 2, Page: 195-201

विटामिन ए की कमी के डॉक्टर

Dr. Narayanan N K Dr. Narayanan N K एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
16 वर्षों का अनुभव
Dr. Tanmay Bharani Dr. Tanmay Bharani एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
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विटामिन ए की कमी की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Vitamin A Deficiency in Hindi

विटामिन ए की कमी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।