नाक में फुंसी क्या होती है?
नाक के अंदर फुंसी होना थोड़ी परेशान करने वाली स्थिति या नाक के इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है। फुंसी तब होती है जब त्वचा के छिद्रों में तेल या मृत त्वचा एकत्रित होने लगती है। हालांकि, फुंसी चेहरे पर अधिक होती है लेकिन यह नाक के अंदर भी हो सकती है।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और शुगर से ग्रस्त लोगों को पिम्पल्स या फुंसी होने का जोखिम अधिक होता है। त्वचा के छिद्रों में अधिक मात्रा में तेल एकत्रित होता है। बैक्टीरिया भी रोम को प्रभावित कर सकता है, जिससे लाली, असहजता व सूजन होती है और फुंसी में दर्द होता है। ये बैक्टीरिया इन्फेक्शन कर सकते हैं।
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ये फुंसी काफी दर्दनाक हो सकती है क्योंकि यह नाक के अंदर की तरह होती है जहाँ छोटी-छोटी रक्त वाहिकाएं और तंत्रिकाएं होती हैं।
नाक में फुंसी होने से बचने के लिए अपनी साफ-सफाई का ध्यान रखें, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पिएँ और कैफीन (चाय, कॉफी अदि) कम पिएँ।
इसके इलाज के लिए मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली दर्दनिवारक दवाओं और "एंटीबायोटिक पेस्ट" (Antibiotic paste) का उपयोग किया जाता है।