सिजोफ्रेनिया क्या है?
स्किज़ोफ्रेनिया एक गंभीर दिमाग का विकार है जो एक व्यक्ति की सोचने, काम करने, भावनाओं को अभिव्यक्त करने, वास्तविकता अपनाने और दूसरों से सम्बन्ध रखने की क्षमता को कम करता है।
स्किज़ोफ्रेनियाएक में एक व्यक्ति कल्पना और वास्तविक्ता में अंतर नहीं कर पाता। सिज़ोफ्रेनिया से ग्रस्त लोगों को अक्सर समाज, काम, स्कूल और रिश्तों में समस्याएं आती हैं। स्किज़ोफ्रेनिया से ग्रस्त लोगों को डरा हुआ महसूस हो सकता है। यह एक आजीवन रहने वाली बीमारी है जिसे ठीक नहीं किया जा सकता है लेकिन उचित उपचार से नियंत्रित किया जा सकता है।
स्किज़ोफ्रेनिया सभी उम्र के पुरुषों और महिलाओं में हो सकता है। पुरुषों में यह अक्सर किशोरावस्था के बाद के चरण या 20 के दशक के प्रारंभिक चरण में होता है। महिलाओं को स्किज़ोफ्रेनिया के लक्षण 20 के दशक के आखिर में या 30 के दशक के शुरुआती दिनों में अनुभव होते हैं।
भारत में स्किज़ोफ़्रेनिया
भारत में स्किज़ोफ्रेनिया का प्रसार लगभग 3/1000 व्यक्तियों में है। यह पुरुषों में अधिक आम है, और महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को कम उम्र में प्रभावित करता है।