लीवर सिरोसिस का उपचार कैसे होता है?
लीवर सिरोसिस का उपचार इसके कारणों और इसमें किसी प्रकार की जटिलताएं है या नहीं, इस बात पर निर्भर करता है। सिरोसिस के शुरूआती चरणों में इसके उपचार का मुख्य लक्ष्य 'स्कार ऊतकों' के बढ़ने की गति को कम करना और इसके कारण होने वाली जटिलताओं की रोकथाम करना होता है।
जैसे-जैसे लीवर सिरोसिस बढ़ता है मरीज को अतिरिक्त उपचार और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है, ताकि जटिलताओं को मैनेज किया जा सके। इसके उपचार में निम्न शामिल हो सकते हैं -
शराब व अन्य गैर-कानूनी पदार्थों के सेवन से बचना -
लीवर सिरोसिस से ग्रस्त लोगों को शराब या नशे से जुड़े किसी भी प्रकार के पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि, ये सभी पदार्थ लीवर को और अधिक क्षतिग्रस्त कर देते हैं।
(और पढ़ें - नशे की लत का इलाज)
दवाओं से होने वाली समस्याओं की रोकथाम करना -
जो व्यक्ति लीवर सिरोसिस से ग्रस्त हैं उनको कोई नई दवा शुरू करने के लिए सावधान रहना चाहिए। किसी भी प्रकार की दवाएं या विटामिन आदि शुरू करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए। सिरोसिस से ग्रस्त लोगों को किसी प्रकार के पूरक या अन्य वैकल्पिक दवाएं लेने से बचना चाहिए। साथ ही उन्हें मेडिकल स्टोर से कोई एेसे ही मिल जाने वाली दवा भी नहीं खरीदनी चाहिए।
सिरोसिस दवाओं को खून से फिल्टर करने के लिए लीवर की क्षमता कम कर देता है। जब लीवर की क्षमता कम होती है तो दवाएं अपेक्षा से अधिक काम करने लगती हैं। कुछ प्रकार की दवाएं व विटामिन भी लीवर के कार्यों को प्रभावित कर सकती हैं।
(और पढ़ें - दवाओं की जानकारी)
वायरल हेपेटाइटिस के लिए टीकाकरण व जांच -
सिरोसिस से ग्रस्त सभी लोगों को हेपेटाइटिस ए और बी के खिलाफ टीकाकरण करवाने पर विचार करना चाहिए। क्योंकि ये दोनों संक्रमण सिरोसिस की स्थिति को और अधिक बदतर बना सकते हैं। टीकाकरण द्वारा इन दोनों प्रकार के संक्रमणों की आसानी से रोकथाम की जा सकती है।
लीवर सिरोसिस से जुड़े लोगों को स्क्रीनिंग ब्लड टेस्ट भी करवाना चाहिए।
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस सी टेस्ट क्या है)
सिरोसिस के कारणों का इलाज करना -
डॉक्टर सिरोसिस विकसित करने वाले कारणों में से कुछ का इलाज कर सकते हैं, उदाहरण के लिए हेपेटाइटिस बी और सी के लिए एंटीवायरल दवाएं लिखना। कुछ उदाहरणों के मुताबिक ये दवाएं वायरल संक्रमण को भी ठीक कर सकती हैं। डॉक्टर प्रतिरक्षित हेपेटाइटिस का इलाज कोर्टिकोस्टेरॉयड के साथ या अन्य दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाती हैं, के साथ करते हैं।
यदि हेमोक्रोमैटोसिस और विल्सन रोग का जल्दी पता लगा लिया जाए, तो डॉक्टर इनका इलाज कर सकते हैं। ये दोनों लीवर रोगों के आनुवंशिक रूप होते हैं, जो लीवर में आयरन या कॉपर बनने के कारण विकसित होते हैं। डॉक्टर आमतौर पर अरसोडायोल (Ursodiol) के साथ पित्त नलिकाओं में कमी होने या ब्लॉकेज के कारण होने वाले लीवर रोगों का इलाज कर सकते हैं।
(और पढ़ें - हेपेटाइटिस बी में क्या खाना चाहिए)
सिरोसिस के लक्षणों व जटिलताओं का इलाज करना -
- खुजली और पेट में दर्द - आपके डॉक्टर सिरोसिस से जुड़े कई लक्षणों को ठीक करने के लिए दवाएं दे सकते हैं, खुजली और पेट दर्द इनमें शामिल है। (और पढ़ें - पेट दर्द का उपाय)
- आहार और जीवनशैली में बदलाव करना - कम वसा वाले पौष्टिक आहार, प्रोटीन में उच्च आहार और नियमित एक्सरसाइज करना कुपोषण से बचाव करते है।
- शराब पीने से बचना - अल्कोहल लीवर को क्षतिग्रस्त करती है और बचे हुए स्वस्थ ऊतकों को भी नुकसान पहुंचाती है।
- कुछ प्रकार की दवाएं लेना - जैसे कि बीटा ब्लॉकर्स, ब्लड प्रेशर को कम करने और खून बहने के खतरे को कम करने के लिए। (और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर में क्या खाएं)
- कुछ प्रकार की दवाओं से बचना जो लक्षणों को गंभीर बनाती हैं - जैसे की नोन-स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लेमेट्री दवाएं (NSAIDs), ओपिएट्स या सीडेटीव्स दवाएं आदि।
- नियमित रूप से मेडिकल चेक-अप करवाना - जिसमें लीवर कैंसर की जांच करने के लिए स्कैन भी शामिल हों।
- नियमित रूप से एंडोस्कोपिक प्रक्रिया का इस्तेमाल
(और पढ़ें - कैंसर से लड़ने वाले आहार)
लीवर प्रत्यारोपण –
अगर सिरोसिस लीवर फेलियर का कारण बन रहा है या जटिलताओं पर इलाज बेअसर हो रहा है, तो डॉक्टर लीवर प्रत्यारोपण पर विचार कर सकते हैं। लीवर प्रत्यारोपण एक प्रकार की सर्जरी होती है। इस सर्जरी प्रक्रिया में रोगग्रस्त या क्षतिग्रस्त लीवर या उसके किसी हिस्से को स्वस्थ तथा रोगमुक्त लीवर या उसके टुकड़े के साथ बदल दिया जाता है। स्वस्थ लीवर किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति द्वारा दिया जाता है, जिसे अंगदान कर्ता (Organ donor) कहा जाता है।
(और पढ़ें - सर्जरी से पहले की तैयारी)